बुधवार, 28 सितंबर 2016

देहाती तोता

पास के जंगल मे रहनेवाला एक तोता
एकबार गलती से सहर मेँ आ धमका.....
वो तोता
ट्राफिक को चिरकर आगे बढ़ा जा रहा था
कि एक ट्रक
से टकरा कै
रस्ते के एक बाजु
वेहोश हो जा गिरा.....
ट्रक ड्राईवर नया नया ट्रक चला रहा था
उसको इस तोते पर दया आ गयी
तोते को पशुपक्षीओँ के खास मेडिकल मे ट्रिटमेँट कराया गया
और
काफी भागदौडी माथापच्ची के बाद
वो जाकर कै वो बच सका
लेकिन तोता
तब भी वेहोश हि था
और
उसे
उसी अवस्था मेँ पक्षीओँ के लिए बने खास पिँजरे मे रखागया
आखिरकार
तिन दिनोँ बाद
जब तोते को होश आया
वो क्या देखता है
वो तो
स्वयः पिँजरे मेँ कैद है !!!
तोता मन ही मन बुदबुदाया
ओह तेरिकी
ओह नो ! !
मैनेँ ट्रक को टक्कर मार दी थी
न.....
ड्राइवर जरुर मरमरा गया होगा
तभी मुझे जेल हो गया है ।

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