शनिवार, 4 फ़रवरी 2017

------------क्लिंग्-------------

यदि मैं बिहार मे जन्म लेता
खुदको बिहारी
कहेजाने पर भी
गर्व करता ....

मैं राज्य ओडिशा मेजन्मा हुँ
गुजरात मे
मालिया कहते है लोग
मुझे दुःख नहीं होता...

जवाब में कहता हुँ
जी जनाब !
मैं मालि हुँ....
स्वौभाग्य मेरा
प्रभु के लिए
पुष्प चयन करता हुँ....

इसी तरह
पूर्वभारतीय द्वीपों मे
जब
जाता कोई हिन्दुस्तानी

क्लिंग् क्लिंग् कहते देख उनको
वहाँ के अधिवासी

इसमें मे भी
अपमान का एक
सुक्ष्म भेद है होता
किसी भी भारतीय को
क्यों ऐसा कहाजाता....

मुझे कहे कोई क्लिंग्
गर्व से छाती मे लगा लुगां...
ये वही कलिगं ही तो है
जिसकी केश छुआँ करती थी गंगा....

जब था नहीं वहाँ सभ्यता
हमने सिखाया था
चलना बोलना
वही उपकार उन्हें याद है
तभी तो आज भी
किसी भी भारतीय को
कलिगीं कहके
वह लोग पुकारते....

वि.द्र. => भारतीय मूल के लोगों को मालेशिया इंडोनेसिया मे keling तथा kling कहा जाता है । यह कलिंग शब्द का बदला हुआ रुप मात्र है ।
पहले भारतीयों के लिए यह शब्द सम्मानार्थक हुआ करता था । बाद मे यही शब्द उनको विदेशी बताने के लिए प्रयोग होने लगा.....