(01)
मिल जाते है मनचले
देशभक्ति का लगन लेके ।
जी जाते है जीवन को
क्षण भर मेँ जान दे के ।।
मिल जाते है दिवाने
वंदेमातरम गाते गाते....!
दे जाते है फलसफा
देशभक्ति मेँ रंगते रंगते ।।
(2)
हम इतने स्वतंत्र हो गये.....
भ्रष्टाचार करने मेँ खो गये.......
मन्नतचढ़ावे के नाम पर
भगवान को रिश्वत दे गये.....
हम इतने स्वतंत्र हो गये.............
(3)
हमतुम गर एक हो तो क्या कर लेगी दुनिया ?
अकेले चलने मेँ फायदा क्या
साथ चलने का मजा हीँ कुछ और है....
(4)
अंग्रेजियत जबतक जिँदा रहेगा
तबतक देश पराधीन रहेगा ।।
कौन सी स्वतंत्रता का वात करते हो ?
यह स्वदेशी अपनाओँ तब मिलेगा ।।
(5)
जियोँ हरदिन स्वत्रंतता के नाम पर
एक दिन मेँ देशभक्त कोई बनता नहीँ ।
जियोँ गर जीना है सर उँचा करके
देशभक्त कभी कहीँ झुका नहीँ ।
(6)
दिवानेँ है बचपन से, दिवानेगी मेँ जिते है ।
तुम एक दो दिन प्यार जताते मिलते हो ,
हम रोज उनके लिये मरते है ।
( 2012 15 August मेँ लिखा गये मेरे FB STATUS UPDATE)
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