ये करिबन 7 साल पहले कि बात होगी ।
ब्राह्मणी नदी के उस पार पड़ोशी गाँव तेँतुलियापड़ा मेँ एक लड़की की शादी अचलकोट गाँव [कटक जिल्ला] के एक लौँडे से हो रही थी ।
अब हुआ ये की शादीवाले दिन लौडेँ ने एक्साईमेंट में थोड़ा ज्यादा चढ़ा लिया और गाड़ी ठोक दी ।
हाल़ाकी इससे उसका खास नुकशान न हुआ ,
मामुली खरोच पर पट्टी लगाकर लौंडा शादी के लिये तैयार हो गया । रस्ते मेँ उसके एक दोस्त नेँ उसे कहा
"देखा शादी से पहले एक्सिडेँट हो गया बेटा शादी करने पर कहीँ तेरा राम नाम सत्य न हो जाय "
ये एक मजाक या जोक था
पर लौँडा तो सिरियस हो गया
कहाँ वो सौम्य सुकुमार रुप लेकर शादी करने चला था एकाएक उसमेँ विनाशकारी शिवजी प्रकट हो गये ।
शादी के मंडप मेँ फुल टल्ली होते हुए उसने और ज्यादा दहेज और गाड़ी माँगना शुरुकरदिया ।
लोग उसे चुप करने गये तो वो अपशब्द या गाली देने लगा ।
लड़कीवालोँ को झुकना था सो वो चुप रहे परंतु लड़की को ये सहन न हुआ और उसने लौडेँसे शादी करने से मना करदिया ।
अब घरवाले परेशान की क्या करेँ ? घर की बदनामी अलग लड़की से अब
शादी कौन करेगा ?
ईतने में
हमारे स्मार्ट सोमुचाचा नें आगे आकर कहा मैं उसका लवर हुँ मैं उससे शादी करुगाँ !
गाँववाले हैरान और खुश थे
शादी हो गया !
इधर अचलकोट गाँव का दुल्ल्हा अपने बारातीओँ को साथ घर मेँ बँद था या युँ कहेँ कैद था ।
शादी खत्म होने के बाद तेँतुलियापड़ा गाँव के लोगोँ ने उनकी अछी खातिरदारी की और सोमुचाचा बतारहे थे की दुल्ल्हे को 2 दिन बाद खिला पिला कर पुलिसवाले मामाओँ के साथ उसके गाँव भेजा गया था ! 😂😂😂😂
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