प्रेम वतन से इतना है ,
मेरा देश कहता है
धरती को माँ
#भारत माता कि जयकारोँ
से
गुँजते
जन-गण-मन सारा यहाँ
तुम मानते नहीँ हो
अपना इसे
करते रहे हो
बर्बाद इसे
जब वतन से प्यार नहीँ
तेरा यहाँ रहना
हमेँ गवारा नहीँ
#दारुवाले #उल्लु कि #माँ को
एक #फतवा मेरा भी.....
#भरतमाता कि जय
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