शनिवार, 1 अप्रैल 2017

वतन प्रेम

प्रेम वतन से इतना है ,

मेरा देश कहता है

धरती को माँ

#भारत माता कि जयकारोँ
से
गुँजते
जन-गण-मन सारा यहाँ

तुम मानते नहीँ हो
अपना इसे

करते रहे हो
बर्बाद इसे

जब वतन से प्यार नहीँ
तेरा यहाँ रहना
हमेँ गवारा नहीँ

#दारुवाले #उल्लु कि #माँ को
एक #फतवा मेरा भी.....

#भरतमाता कि जय

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