बात पानी कि है
गर्म करो
या
ज्योँ का त्योँ रहने दो ...
वो तावा तेरा था
वो आग भी तुने लगायी
तब पानी कैसे गलत हुआ
अगर गर्म हुआ !!
बात जीत कि है
तु चाहे जीतना दुनिया को
वो खँजर तेरा था
खुन भी तुने ही कि
तब कानुन कैसे गलत हुआ
अगर जेल हुआ !
बात जीँने कि है
तु चाहता है सिर्फ तु जियेँ
वो नफरत फैलाया तेरा था
तेरे लोग मरे
तब कहता है
ऐसा भला क्युँ हुआ .....
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