दादा साहब फाल्के
अपने पहले फिल्म को लेकरके
महाराष्ट्र के एक गांव में पहुंचे....
वहां के एक जानकार ने बताया
मान्यवर
ये लोग नाच देखने के आदी है
६-७ घंटे के नाटक को ही तबज्जो देंगे
आपके २ घंटे के फिल्म को भला ज्यादा पैसा देकै देखने क्यों आएगें....?
दादासाहेब फाल्के ने गांव वालों को वुलवाया एक सभा बिठाया गया.....
उसमें दादासाहेब नें कहा
ये जो फिल्म है न फ़िल्म
इसमें आपको २.५० घंटे में
५० से ६० हजार फोटो देखनेको मिलेगा......
इसके बाद तो
लोगों ने इसपर काफी इंट्रेस्ट लिया ओर
राजा हरिश्चन्द्र देखने भारी संख्या में आने लगे
😀😀😀
एक वो दौर था कि सोचकर ही हैरानी होती है....
(92.7 fm पर एकबार ये घटना अन्नु कपूर सहाब नें सुनाया था)
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